''मैंने करवट बदल कर देखा है, याद मुझे तुम तब भी आते हो..पति ओम पुरी को याद भावुक हुईं सीमा, बुक लॉन्च में शामिल हुए कई सितारे
Thursday, Mar 06, 2025-04:07 PM (IST)

मुंबई. ओमपुरी की पूर्व पत्नी और अन्नू कपूर की बहन, बॉलीवुड की प्रसिद्ध लेखिका निर्देशक सीमा कपूर की आत्मकथा "यूँ गुज़री है अब तलक" का सितारों से सजी शाम में विमोचन हुआ। उनकी किताब के लॉन्च पर अनुपम खेर, परेश रावल, निर्माता बोनी कपूर, डॉ. अन्नू कपूर, दिव्या दत्ता, रघुवीर यादव, सहित कई हस्तियां शामिल हुईं। इस दौरान जब सीमा कपूर ने ओम पुरी को याद करते हुए कहा, “मैंने करवट बदल कर देखा है, याद मुझे तुम तब भी आते हो।” तो माहौल भावुक हो गया और उनकी आंखें भर आई ।
सीमा कपूर ने कहा कि मैं सभी उपस्थित मेहमानों का बहुत शुक्रिया अदा करती हूं जो अपना कीमती समय निकालकर यहां आए। अनुपम खेर, परेश रावल, बोनी कपूर, रघुवीर यादव, दिव्या दत्ता, रूमी जाफरी सहित सभी अतिथियों ने बहुत बड़ी बातें मेरे बारे में बोल दीं, सबका शुक्रिया। मुझे जो कुछ ज़िंदगी में नहीं मिला, उसे भूल गई। मेरे नाना क्रांतिकारी थे, मेरा ननिहाल बंगाली कलाकारों से भरा था। मेरे दादाजी आर्मी में कर्नल थे। लेकिन पिताजी ने दिल्ली आकर 2 ढाई सौ कलाकारों के साथ नाटक कंपनी खोल ली। फिर सिनेमा ने हमारे मुंह से रोटी छीन ली। फिल्म ने थिएटर को बहुत पीछे कर दिया। धीरे धीरे नाटक कंपनियां बंद होने लगीं, मगर पिता जी कर्ज लेकर भी सैकड़ों कलाकारों की जरूरतें पूरी करते रहे। मां के गहने, साड़ियां बिक गई। उस ज़माने में नाटक या नौटंकी को बहुत खराब नजर से देखा जाता था। जब मैं स्कूल जाती थी तो काफी संघर्ष करना पड़ा। आधी रोटी अचार टिफिन में ले जाती थी। परिवार का नाटक में काम करने की वजह से मुझे सामाजिक उपेक्षा का सामना भी करना पड़ा।"
अन्नू कपूर ने कहा कि बहन सीमा कपूर की आत्मकथा के विमोचन पर आए सभी मेहमानों का आभार। सीमा बहुत सारी वेदनाओं, यातनाओं, त्रासदियों से गुजरी है, वह किसी वीरांगना से कम नहीं है। हमारी एक ही बहन है, खूब हंसती है, खिलखिलाती है। वह सबकी सहायता करने को चिंतित रहती है। यह जीवन संघर्ष है, सबको अपनी लड़ाई लड़नी होती है। इस जंग को सभी को लड़ना है। दुखों की कहानी है यह आत्मकथा। मेरी बहन ने माता पिता को काफी इज़्ज़त दी है, उनका सम्मान किया है, आदर किया है, किताब सभी के लिए प्रेरणादायक है।"
बोनी कपूर सीमा कपूर के बारे में बोलते हुए काफी इमोशनल हो गए। उन्होंने कहा कि सीमा कपूर ने जाह्नवी कपूर और खुशी कपूर को हिंदी उर्दू का सही उच्चारण सिखाया है। उनकी आत्मकथा के लॉन्च पर उन्हें हार्दिक शुभकामनाएं।
रघुवीर यादव भी अपनी बहन सीमा कपूर के साथ गुजारे लम्हों को याद करते हुए काफी इमोशनल हो गए। वह सीमा कपूर को गुड्डो कहते थे। उन्होंने कई रोचक बातें बताकर सबको खूब हंसाया भी।
परेश रावल ने कहा कि सीमा कपूर की आत्मकथा मैं जरूर पढूंगा। जीवनी लिखना आसान काम नहीं होता बहुत चुनौती भरा होता है। उनके कलम में कमाल है और मेरी ख्वाहिश है कि सीमा कपूर द्वारा लिखित किसी कृति का मैं हिस्सा रहूं।"