पंचतत्वों में विलीन ''बिहार कोकिला'':अंतिम यात्रा पर बजा उनका आखिरी छठ गीत,मुखाग्नि के बाद पैरों से लिपटकर रो पड़े बेटे अंशुमान
Thursday, Nov 07, 2024-12:33 PM (IST)
मुंबई: बिहार की स्वर कोकिला शारदा सिन्हा के निधन से संगीत जगत में शोक का माहौल है। 5 नवंबर को दिल्ली के एम्स अस्पताल में उन्होंने अपनी अंतिम सांसे ली। इसके बाद उनके शव को पटना लाया गया। 6 नवंबर को उनका पार्थिव शरीर पटना पहुंचा।
शारदा सिन्हा के निधन के बाद पटना में उनके घर पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। वहीं गुरुवार को उनके पार्थिव शरीर को पटना के राजेंद्र नगर स्थित उनके घर से निकला गया। पूरे राजकीय सम्मान के साथ गुलबी घाट पर उनका अंतिम संस्कार हुआ।
अब पंचत्तव में विलीन हो चुकी हैं।बेटे अंशुमान ने शारदा सिन्हा को मुखाग्नि दी और उसके बाद वह मां के पैरों से लिपट पर रोए। इस दौरान की कई तस्वीरें सामने आई हैं जो लोगों का दिल तोड़ रही हैं।
बता दें कि शारदा सिन्हा की अंतिम इच्छा थी की उनके पति ब्रजकिशोर सिन्हा का जहां अंतिम संस्कार हुआ था वहीं उनको भी मुक्ति दी जाए।उनके पार्थिव शरीर को पटना स्थित गुलबी घाट ले जाया गया जहां उनका अंतिम संस्कार हुआ। अंतिम विदाई के दौरान शारदा सिन्हा अमर रहें और छठी मइया जय के नारे लगाए गए हैं। इतना ही नहीं उनकी अंतिम विदाई पर उनका आखिरी छठ गीत बजा।
लोक गायिका शारदा सिन्हा को छठ गीतों के लिए जाना जाता था। उनका निधन भी चार दिवसीय छठ के पहले दिन मंगलवार को हुआ। वहीं अंतिम संस्कार जब गुलबी घाट पर हुआ उसके कुछ घंटे बाद ही गंगा किनारे लाखों व्रती और श्रद्धालु भगवान भास्कर को संध्या अर्घ्य देने जुटेंगे।