‘पद्म विभूषण'' से सम्मानित गायक पंडित छन्नूलाल मिश्र का निधन, पीएम मोदी ने जताया शोक

Thursday, Oct 02, 2025-11:11 AM (IST)

मुंबई. मनोरंजन जगत से आज सुबह बेहद दुखद खबर सामने आई है। मशहूर शास्त्रीय सिंगर पंडित छन्नूलाल मिश्र का गुरुवार को निधन हो गया। वह 89 की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह गए। प्रख्यात गायक को खोने से न सिर्फ म्यजिक इंडस्ट्री बल्कि पूरे देश को गहरा सदमा लगा है। हर कोई उनके निधन पर दुख व्यक्त करता नजर आ रहा है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी गायक के निधन पर दुख जाहिर किया है।

परिवार के सूत्रों ने बताया कि छन्नूलाल मिश्र का सुबह चार बजे निधन हो गया, वह पिछले काफी दिनों से बीमार थे। अंतिम दिनों में छन्नूलाल जी अपनी सबसे छोटी बेटी के परिवार के साथ मिर्जापुर में रहते थे। बुधवार रात को उनकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां इलाज के दौरान उनका निधन हो गया। 

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छन्नूलाल की बेटी नम्रता मिश्र ने कहा- ‘‘उम्र संबंधी समस्याओं के कारण वह पिछले 17 से 18 दिन से अस्पताल में भर्ती थे।'' उनका बुधवार सुबह करीब चार बजे निधन हो गया। 

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया हैंडल ‘एक्स' पर शोक व्यक्त करते हुए लिखा- ‘‘सुप्रसिद्ध शास्त्रीय गायक पंडित छन्नूलाल मिश्र जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ। वह भारतीय कला और संस्कृति की समृद्धि के लिए जीवनपर्यंत समर्पित रहे। उन्होंने शास्त्रीय संगीत को जन-जन तक पहुंचाने के साथ ही भारतीय परंपरा को विश्व पटल पर प्रतिष्ठित करने में भी अपना अमूल्य योगदान दिया। यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे सदैव उनका स्नेह और आशीर्वाद प्राप्त होता रहा। वह 2014 में वाराणसी सीट से मेरे प्रस्तावक भी रहे थे। शोक की इस घड़ी में मैं उनके परिजन और प्रशंसकों के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट करता हूं। ओम शांति!'' 
मिश्र का अंतिम संस्कार शाम पांच बजे वाराणसी में किया जाएगा। संगीत सम्राट के नाम से विख्यात पंडित छन्नूलाल मिश्र के परिवार में तीन बेटिया और एक बेटा है। उनकी पत्नी का चार साल पहले निधन हो गया था। उनके पुत्र रामकुमार मिश्र भी जाने माने तबला वादक हैं। 
 
बता दें,  छन्नूलाल मिश्र ने खयाल, ठुमरी, दादरा, चैती, कजरी और भजन जैसी विधाओं में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। मिश्र ने अपने पिता बद्री प्रसाद मिश्र के साथ-साथ किराना घराने के उस्ताद अब्दुल गनी खान और ठाकुर जयदेव सिंह से संगीत की शिक्षा प्राप्त की। वह बनारस घराने और ठुमरी की पूरब अंग परंपरा से जुड़े थे। उन्हें 2020 में ‘पद्म विभूषण' और 2010 में ‘पद्म भूषण' से सम्मानित किया गया था। 
 


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suman

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