हिंदी-मराठी भाषा विवाद पर गायक उदित नारायण ने दिया बयान, कहा- सभी भाषाओं का होना चाहिए सम्मान
Tuesday, Jul 08, 2025-06:23 PM (IST)

मुंबई. महाराष्ट्र में इन दिनों हिंदी और मराठी भाषा को लेकर उठे विवाद ने राजनीतिक से लेकर सामाजिक मंचों तक हलचल मचा दी है। इस बीच देश के लोकप्रिय गायक उदित नारायण ने इस मसले पर अपनी राय दी है। उन्होंने भाषा के नाम पर हो रहे बंटवारे पर चिंता जताई और देशवासियों से ‘संस्कृति और सभी भाषाओं के सम्मान’ की अपील की है।
उदित नारायण ने आईएएनएस से बातचीत करते हुए कहा, “अगर आप महाराष्ट्र में रहते हैं, तो आपको मराठी भाषा और वहां की संस्कृति का सम्मान करना चाहिए, लेकिन साथ ही हमें भारत की दूसरी भाषाओं का भी सम्मान करना चाहिए।”
‘हम महाराष्ट्र में रहते हैं और यह मेरी कर्मभूमि है’
उन्होंने कहा, “हम महाराष्ट्र में रहते हैं और यह मेरी कर्मभूमि है, इसलिए यहां की भाषा खास है। इसके साथ ही, हमारे देश की सभी भाषाएं भी मराठी की तरह ही बराबर सम्मान की हकदार हैं।”
कंगना रनौत ने भी दी प्रतिक्रिया
इस मुद्दे पर एक्ट्रेस कंगना रनौत ने भी हाल ही में अपनी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने कहा कि कुछ लोग राजनीतिक लाभ के लिए भाषाई विवाद को हवा देने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि देश की एकता सबसे पहले होनी चाहिए। मराठी लोग बेहद प्यारे और सरल होते हैं, ठीक वैसे ही जैसे हमारे हिमाचली लोग। कुछ लोग राजनीति में फायदा पाने के लिए जानबूझकर ऐसे मुद्दे खड़े करते हैं। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि हम सभी एक भारत का हिस्सा हैं।"
विवाद की जड़ क्या है?
महाराष्ट्र में यह विवाद तब शुरू हुआ जब राज्य सरकार ने एक आदेश जारी किया, जिसके अनुसार पहली से पांचवीं कक्षा तक हिंदी पढ़ाना अनिवार्य कर दिया गया था। इस फैसले के बाद विपक्षी दलों ने सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि यह मराठी भाषा के अस्तित्व पर चोट है। विरोध बढ़ता देख सरकार ने यह आदेश वापस ले लिया, लेकिन इसके बावजूद इस पर बहस थमी नहीं है।