जिया खान सुसाइड केस पर छलका सूरज पंचोली का दर्द, कहा- ''मेरे साथ आतंकवादी जैसा व्यवहार किया गया''
Sunday, May 18, 2025-04:32 PM (IST)

मुंबई. बॉलीवुड एक्टर आदित्य पंचोली के बेटे सूरज पंचोली अपनी फिल्मों को लेकर उतना चर्चा में नहीं रहे होंगे, जितना वह एक्ट्रेस जिया खान के सुसाइड केस को लेकर सुर्खियों में आए। जिया के सुसाइड के बाद सूरज पर एक्ट्रेस को आत्महत्या के लिए उकसाने और उनके साथ मारपीट के भी आरोप लगे थे। वहीं, अब हाल ही में एक्टर ने इस घटना को लेकर खुलकर बात की और कहा कि इस दौरान उनके साथ एक आतंकवादी जैसा व्यवहार किया गया।
सेलिब्रिटी फोटोग्राफर वरिंदर चावला की टीम से बात करते हुए सूरज पंचोली ने अपनी जिंदगी के सबसे मुश्किल दौर पर बात की। एक्टर ने कहा कि वह तब 20 साल के थे, जब उन्हें विलेन के रूप में पेश किया गया और कहा कि एक असफल रिश्ते के चलते उनके साथ 'आतंकवादी' जैसा व्यवहार किया गया।
सूरज पंचोली ने कहा- 'यह सही फैसला था क्योंकि लोग बहुत सी बातें कह रहे थे। मुझे सबसे बड़ा राक्षस बना दिया गया था। उन्होंने मेरे साथ आतंकवादी जैसा व्यवहार किया, जैसे मैंने कुछ गलत किया हो। मैं एक 20 वर्षीय लड़का था जो एक ऐसे रिश्ते में था जो ठीक नहीं चल रहा था। और सबकी उंगलियां मेरी तरफ थीं। लेकिन, उन्होंने कभी दूसरे व्यक्ति के इतिहास की जांच नहीं की या उन्होंने कभी यह नहीं पूछा कि ऐसा क्यों हो सकता है। उन्होंने मेरे खिलाफ बहुत सारे गंदे आरोप लगाए।'
एक्टर ने आगे बताया कि उन पर जो लगातार आरोप लगाए जा रहे थे, उसे लेकर वह हमेशा खुद को “घिरा हुआ” महसूस करते थे। अभिनेता ने कहा- “ये बुली था क्योंकि मुझे नहीं पता... मुझे लगता है कि लोग मेरे पिता को पसंद नहीं करते थे। कभी-कभी मैं इसके बारे में सोचता हूं। हर किसी के कुछ दुश्मन होते हैं, हो सकता है कि उसने भी कुछ बनाए हों। इसके पीछे कौन है, मुझे नहीं पता। इससे बाहर निकलने का एकमात्र तरीका ट्रायल ही था। लेकिन, ये आसान नहीं है। यह एक लंबी प्रक्रिया है, खासकर जब यह मीडिया का मामला हो, तो आपको सालों तक इंतजार करना पड़ता है। मैं हर हफ्ते कोर्ट जाता था, कभी-कभी तो हफ्ते में दो बार भी। और कभी-कभी, हफ्ते में छह दिन भी - सुबह से लेकर कोर्ट बंद होने तक। जब आप 20 से 30 की उम्र तक कोर्ट में बैठे रहते हैं, तो कैसा लगता है...मैं अभी इसके बारे में नहीं बता सकता।”
सूरज पंचोली ने बताया कि जिया खान के घर से जो लेटर मिले थे, जिनके आधार पर उन्हें गिरफ्तार किया गया था, कोर्ट में वह सभी फर्जी बताए गए थे। ऐसे में उनके मन में यही सवाल उठ रहे थे कि आखिर उन्हें गिरफ्तार क्यों किया गया।