सुसाइड मामले में रिया को मिली क्लीन चिट पर सुशांत सिंह की फैमिली ने जताई आपत्ति, कहा- ये एक घटिया और अधूरी जांच

Thursday, Oct 23, 2025-01:50 PM (IST)

मुंबई. एक्ट्रेस रिया चक्रवर्ती को इस साल मार्च में सुशांत सिंह राजपूत के सुसाइड मामले में क्लीन चिट मिल गई थी। सीबीआई ने यह कहते हुए एक्ट्रेस को क्लीन चिट दे दी थी कि सुशांत के मामले में उनका कोई हस्तक्षेप नहीं मिला है और वह निर्दोष हैं। वहीं, अब हाल ही में रिया को क्लिन चिट मिलने पर दिवंगत एक्टर सुशांत सिंह की फैमिली ने आपत्ति जताई है और उन्होंने इसे अदालत में चुनौती देने की तैयारी कर ली है।

 

परिवार ने जताई नाराजगी

रिपोर्ट के मुताबिक, सुशांत सिंह राजपूत का परिवार सीबीआई की जांच से बेहद असंतुष्ट है। उनका कहना है कि यह रिपोर्ट अधूरी और पक्षपातपूर्ण है। परिवार की ओर से उनके वकील वरुण सिंह ने कहा- “यह जांच एक दिखावे के अलावा कुछ नहीं है। अगर सीबीआई सच में सच्चाई सामने लाना चाहती थी, तो उसे अंतिम रिपोर्ट के साथ सभी जरूरी दस्तावेज अदालत में जमा करने चाहिए थे- जैसे चैट रिकॉर्ड्स, कॉल डिटेल्स, तकनीकी साक्ष्य, गवाहों के बयान और मेडिकल रिपोर्ट्स। लेकिन ऐसा नहीं किया गया।”

 

 

वरुण सिंह ने आगे कहा कि सुशांत के परिवार की तरफ से जल्द ही इस क्लोजर रिपोर्ट के खिलाफ विरोध याचिका दायर की जाएगी। उन्होंने इसे “एक घटिया और अधूरी जांच” करार दिया।

 

क्या कहा गया था सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट में

सीबीआई ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि रिया चक्रवर्ती के खिलाफ किसी भी तरह का प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष सबूत नहीं मिला है, जिससे यह साबित हो सके कि उन्होंने सुशांत सिंह राजपूत को आत्महत्या के लिए उकसाया, धमकाया या आर्थिक रूप से नुकसान पहुंचाया। सीबीआई ने यह निष्कर्ष पांच साल की लंबी जांच के बाद निकाला, जिसमें कई गवाहों से पूछताछ, फोरेंसिक रिपोर्ट, डिजिटल डेटा और मेडिकल रिकॉर्ड्स की जांच शामिल थी।

क्या था सुशांत सिंह राजपूत मामला 

मालूम हो, 14 जून 2020 को एक्टर सुशांत सिंह राजपूत का शव मुंबई के बांद्रा स्थित उनके फ्लैट में मिला था। प्रारंभिक जांच में इसे आत्महत्या का मामला बताया गया, लेकिन इसके बाद परिवार ने एक्ट्रेस रिया चक्रवर्ती और उनके परिवार पर गंभीर आरोप लगाए थे। परिवार ने दावा किया था कि रिया ने सुशांत को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया और उन्हें आत्महत्या के लिए उकसाया। इसके साथ ही आर्थिक अनियमितता के भी आरोप लगाए गए थे। मामला धीरे-धीरे ईडी (ED), एनसीबी (NCB) और सीबीआई (CBI) तक पहुंचा, जिसने अलग-अलग पहलुओं की जांच की।
 


Content Writer

suman prajapati

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