प्रतीक के सरनेम को लेकर माता-पिता के परिवार में हुई थी लड़ाई, जन्म के बाद अपने कस्टडी विवाद पर भी एक्टर ने तोड़ी चुप्पी
Friday, May 23, 2025-01:01 PM (IST)

मुंबई. बॉलीवुड एक्टर राज बब्बर के बेटे प्रतीक अक्सर अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। हाल ही में उन्होंने अपने नाम से पिता का सरनेम बब्बर के नाम को हटाया था, जिसके बाद वह खूब चर्चा में आए थे। इतना ही नहीं, एक्टर ने अपनी शादी में पिता को इनवाइट नहीं किया था, जिसको लेकर भी वह काफी खबरों में रहे थे। वहीं, अब प्रतीक ने अपने जन्म के बाद अपनी कस्टडी को लेकर हुए विवाद को याद किया। एक्टर ने बताया कि उनके जन्म के बाद सरनेम को लेकर उनके पिता राज बब्बर और मां स्मिता पाटिल के परिवार के बीच विवाद भी हुआ था।
प्रतीक ने हाल ही में वरिंदर चावला के यूट्यूब चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि जब मेरा जन्म हुआ, तो नाम प्रतीक ही था। मेरे माता-पिता के परिवार के बीच कस्टडी को लेकर लड़ाई हुई थी, जिसमें मेरी माता के पक्ष को जीत मिली। इतना ही नहीं, मेरे सरनेम को लेकर भी लड़ाई थी। आखिर में जब पासपोर्ट बना, तो उसमें प्रतीक स्मित बब्बर लिखा गया।
उन्होंने अपनी बात पूरी करते हुए आगे बताया, जब मैं बड़ा हुआ, तो हर जगह स्कूल में भी मेरी पहचान प्रतीक स्मित बब्बर के रूप में हुई। स्कूल के सभी साथियों को लगता था कि मैं ईसाई समुदाय से हूं। सभी को इस बात की हैरानी होती थी कि मेरे नाम में आखिर स्मित क्यों है। कोई भी बब्बर पर ज्यादा ध्यान नहीं देता था और मुझे केवल स्मित कहकर बुलाते थे।
प्रतीक ने फिल्मों में अपने नाम को लेकर भी चर्चा की। उन्होंने कहा, 'पहली फिल्म में मेरा नाम प्रतीक बब्बर था। इसके बाद कुछ चीजें मेरे ऊपर हावी हो गई और मैं सोचने लगा कौन है मां और कौन है बाप? इसके बाद मुझे महसूस हुआ कि मैं पाटिल नहीं बनना चाहता और ना ही मैं बब्बर बनना चाहता हूं। मुझे बस प्रतीक बनना है। इस वजह से कुछ फिल्मों में मेरा नाम सिर्फ प्रतीक ही था। यही कारण था कि मैंने कुछ समय के लिए इसी नाम के साथ आगे बढ़ना पसंद किया।'
मां का नाम जोड़े जाने पर प्रतीक बब्बर ने कहा कि 'मुझे उस नाम को अपनाना पड़ा, क्योंकि यह नाम मुझे पूर्ण बनाता है और अब में पूर्ण नहीं, बल्कि संपूर्ण महसूस करता हूं।'