जुबीन गर्ग की मौत मामले में असम के सीएम का बयान, कहा- मुझे पूरा विश्वास है कि एसआईटी अच्छा काम करेगी
Friday, Oct 24, 2025-02:36 PM (IST)
मुंबई. फेमस बॉलीवुड और असमिया गायक जुबीन गर्ग का पिछले महीने 19 सितंबर को निधन हो गया था। उनके अचानक निधन की खबर से न सिर्फ उनकी फैमिली, फ्रेंड्स और इंडस्ट्री को ही झटका लगा था, बल्कि पूरे असम राज्य में शोक की लहर दौड़ गई थी। वहीं असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा को भी चमकता सितारा गंवाने का बड़ा धक्का लगा था और उन्होंने जुबीन की मौत के मामले की गहन जांच का आदेश दिया था। वहीं, अब हिमंत ने गुरुवार को कहा कि राज्य सरकार जुबीन की मौत के मामले में आरोपपत्र दाखिल करेगी। इसके साथ ही उन्होंने सिंगर की मौत की एसआईटी जांच पर भी पूरा भरोसा जताया।
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा 'हम आरोपपत्र दाखिल करेंगे और अदालत न्याय करेगी। भाजपा खुलेआम कह रही है, 'हमें अदालत पर भरोसा है।' असम सरकार और मुझे पूरा विश्वास है कि एसआईटी अच्छा काम करेगी। एसआईटी ने वह सब कुछ किया जो जनता चाहती थी। वह सिंगापुर गई, घटनास्थल का दौरा किया और दूसरा पोस्टमार्टम किया। हमने सभी सुझावों का पालन किया।'

सीएम ने आगे कहा, 'अब, सुझाव देने वाले ही विरोध कर रहे हैं। अगर उनके पास कुछ है, तो उन्हें न्यायमूर्ति सौमित्र सैकिया आयोग को बताना चाहिए। भाजपा का रुख साफ है: हमें अदालत पर भरोसा है और एसआईटी को एक मजबूत आरोपपत्र दाखिल करना चाहिए।'

बता दें, इससे पहले हिमंत बिस्वा सरमा ने आरोप लगाया था कि कुछ लोग जुबीन गर्ग की मौत का राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश कर रहे हैं और राज्य को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन राज्य सरकार ऐसा नहीं होने देगी।
बता दें, जुबीन गर्ग का 19 सितंबर को सिंगापुर में कथित तौर पर तैरते समय डूबने से निधन हो गया था। हालांकि, बाद में उनकी मौत पर कई सवाल उठे थे। उनकी मौत की जांच के सिलसिले में, एसआईटी/सीआईडी टीम ने मुख्य कार्यक्रम आयोजक श्यामकानु महंत, जुबीन गर्ग के मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा, उनके चचेरे भाई संदीपन गर्ग (निलंबित एपीएस अधिकारी), बैंडमेट शेखर ज्योति गोस्वामी, सह-गायक अमृतप्रभा महंत, दो निजी सुरक्षा अधिकारी नंदेश्वर बोरा और परेश बैश्य सहित सात लोगों को गिरफ्तार किया है और गुवाहाटी की एक अदालत ने सभी सातों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
