बिग बॉस 9 की प्रिया मलिक का दिवाली हादसा: आग में झुलसीं, पिता बने हीरो, शेयर की रोंगटे खड़े कर देने वाली दास्तान
Wednesday, Oct 22, 2025-11:16 AM (IST)

बॉलीवुड तड़का: टीवी शो बिग बॉस 9 से लोकप्रियता पाने वाली एक्ट्रेस और लेखिका प्रिया मलिक इस बार दिवाली की रात एक बड़े हादसे का शिकार होते-होते बच गईं। दिवाली की खुशियों के बीच अचानक उनकी साड़ी ने दीयों से आग पकड़ ली, जिससे उनके बालों और कपड़ों में लपटें फैल गईं। इस खौफनाक पल में उनके पिता ने साहसिक कदम उठाते हुए उनकी जान बचाई।
दिवाली की खुशियां पलभर में बदलीं हादसे में
21 अक्टूबर की रात, जब प्रिया मलिक अपने घर पर परिवार और पड़ोसियों के साथ दिवाली मना रही थीं, तभी फोटो खिंचवाने के दौरान उनकी साड़ी पीछे रखे दीयों से छू गई और उसमें आग लग गई। कुछ ही सेकंड में यह आग उनके कंधों, पीठ और बालों तक फैल गई। इंस्टाग्राम पर इस भयावह अनुभव को साझा करते हुए प्रिया ने बताया, "मैं अपने पड़ोसियों के साथ फोटो खिंचवा रही थी और इससे पहले कि मैं कुछ समझ पाती, मैंने अपने दाहिने कंधे से आग की लपटें उठती देखीं और महसूस किया कि मेरी पूरी पीठ जल रही है। यह कोई हल्की आग नहीं थी, बल्कि तीव्र लपटें थीं।"
पिता ने बचाई बेटी की जान
इस मुश्किल घड़ी में उनके पिता ने बिना समय गंवाए तेजी से प्रतिक्रिया दी। प्रिया के मुताबिक, "शुक्र है कि मेरे पापा ने मेरे जलते हुए कपड़ों को तुरंत फाड़ दिया। जलने से बचने का यही एकमात्र तरीका था। इस हादसे ने मुझे और हमारे पूरे परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है।"
"मैं बाहर से ठीक, लेकिन अंदर से टूटी हुई हूं"
घटना के बाद प्रिया के कंधे, पीठ और उंगलियों में जलन हुई है, हालांकि वह इस बात के लिए शुक्रगुजार हैं कि यह आग और ज्यादा गंभीर रूप न ले पाई। "मैं ठीक हूं, लेकिन अंदर से पूरी तरह से हिल गई हूं। अब समझ में आया कि थोड़ी सी लापरवाही कितनी खतरनाक हो सकती है।"
"शुक्र है, मेरा बच्चा मेरी गोद में नहीं था"
प्रिया ने इस बात पर राहत की सांस ली कि हादसे के समय उनका बेटा ज़ोरावर उनके साथ नहीं था। "सबसे बड़ी राहत इस बात की है कि जब यह हुआ, तब मेरा बच्चा मेरी गोद में नहीं था। अगर वो मेरी गोद में होता, तो शायद हालात बहुत अलग होते। यह हादसा मेरे लिए जीवनभर का सबक बन गया है।"
छोटी लापरवाही, बड़ा खतरा
अपनी पोस्ट के अंत में प्रिया मलिक ने सभी से फायर सेफ्टी को गंभीरता से लेने की अपील की। "त्योहारों में खुशी मनाना जरूरी है, लेकिन उससे ज्यादा जरूरी है सतर्क रहना। एक छोटी सी चूक जानलेवा साबित हो सकती है।"