जान्हवी कपूर ने मेट गाला में कुछ ऐसे किया भारतीय डिजाइनर्स का समर्थन
Wednesday, May 07, 2025-05:32 PM (IST)

नई दिल्ली / टीम डिजिटल। जान्हवी कपूर ने 2025 मेट गाला में भारतीय सेलेब्रिटीज़ का मज़ाक उड़ाने वालों को करारा जवाब दिया है। उन्होंने 'चांदीवालिफिकेशन' जैसी टिप्पणियों को उपनिवेशवादी सोच का प्रतीक बताते हुए डाइट सब्य की पोस्ट पर इंस्टाग्राम पर तीखी टिप्पणी की।
उन्होंने लिखा, “अब वक़्त आ गया था। हमारे कारीगर और डिज़ाइनर दुनिया के सबसे बेहतरीन हैं। उन्हें भी मेट जैसे वैश्विक मंच पर पहचान मिलनी चाहिए — और हमारे आइकॉन्स को भी।”
जान्हवी ने यह विचार भी खारिज किया कि मेट गाला में भारतीय उपस्थिति इसकी ग्लैमर को कम करती है। उन्होंने कहा, “हमें खुश होना चाहिए कि हमें आख़िरकार वो पहचान मिल रही है जिसके हम हक़दार हैं। बजाय इसके कि हम नाखुश हों कि हमारे अपने लोग इस मंच पर दिखने लगे हैं और इससे मेट कम ‘ऐस्पिरेशनल’ लगने लगा है। हमारे परिधान सबसे शानदार थे — क्या ये अजीब नहीं कि हम खुद ही अपने लोगों के प्रति ‘क्लासिस्ट’ हो रहे हैं? लगता है उपनिवेशवादी मानसिकता ने अब तक हमारा पीछा नहीं छोड़ा।”
उन्होंने भारतीय शिल्पकला की समृद्ध विरासत पर ज़ोर देते हुए कहा, “दशकों से हमारे देश के कारीगरों का काम निर्यात किया जाता रहा है और उसे वैश्विक मंचों पर बिना श्रेय दिए दिखाया जाता रहा है। हमारी फैब्रिक्स, हमारी कढ़ाई, हमारे वस्त्र, हमारे गहने — इन सबको लेकर दुनिया ने उन्हें ऐसे प्रस्तुत किया मानो वो उनके अपने आविष्कार हों।”
2025 मेट गाला में भारतीय उपस्थिति बेहद खास रही — शाहरुख़ ख़ान ने मेट गाला में भाग लेने वाले पहले भारतीय पुरुष अभिनेता बनकर इतिहास रचा, कियारा आडवाणी गर्भवती होने के बावजूद रेड कार्पेट पर चलने वाली पहली भारतीय महिला बनीं, दिलजीत दोसांझ ने महाराजा से प्रेरित लुक से सबका ध्यान खींचा, और प्रियंका चोपड़ा जोनस ने अपनी पाँचवीं उपस्थिति दर्ज की।
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जान्हवी ने आगे कहा, “मुझे गर्व है कि हमारे लोग अब हमारे शिल्प और विरासत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। सच कहूं तो, मेट पर हमारे कलाकारों और परिधानों को देखकर जो गर्व और आत्मीयता महसूस हुई, उससे पूरा अनुभव और भी जादुई बन गया।”
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जान्हवी की बातें उन सभी के दिलों को छू गईं जो इस मंच को भारत की सांस्कृतिक और कलात्मक धरोहर की वैश्विक स्वीकृति के रूप में देख रहे हैं।