फिल्म से कम नहीं लव स्टोरी:पड़ोसी के घर फरीदा को देख दिल हार गए थे पंकज उधास, धर्म की दीवार तोड़ थामा था हाथ
Monday, Feb 26, 2024-05:14 PM (IST)

मुंबई: म्यूजिक की दुनिया के लेजेंड मशहूर गजल गायक पंकज उधास अब हमारे बीच नहीं रहे। गजल गायक उधास ने 72 की उम्र में अंतिम सांस ली। पंकज उधास की आवाज में ऐसा जादू है कि कोई भी उनके गाने और गजल सुन मंनमुग्ध हो सकता है। भले ही पंकज सिंगर हो लेकिन उनकी प्रेम कहानी बेहद फिल्मी रही है। चलिए जानते हैं उनकी लव स्टोरी के बारे में..
70 के दशक में शुरू हुई लव स्टोरी
पंकज उधास की लव स्टोरी 70 के दशक में हुई थी। उनकी लव स्टोरी उनके पड़ोसी का बहुत बड़ा हाथ रहा। दरअसल, पंकज और उनकी पत्नी फरीदा से पहली मुलाकात उनके पड़ोसी ने करवाई थी। उस समय सिंगर ग्रैजुएशन कर रहे थे। वहीं फरीदा एक एयरहोस्टेस थीं। इस मुलाकात के बाद पंकज और फरीदा दोस्त बन गए। मुलाकातों का दौर शुरू हुआ, साथ बिताने लगे समय और फिर एक-दूजे को दिल बैठे।
धर्म बना दीवार
दोनों शादी करना चाहते लेकिन दोनों के बीच धर्म की दीवार आ खड़ी हुई थी। दरअसल, पंकज उधास हिंदू थे और फरीदापारसी कम्युनिटी से ताल्लुक रखती थीं। ऐसे में दोनों की शादी में परेशानी आ गई थी। उधास के परिवार तो सहमत हो गया लेकिन फ़रीदा के के परिवार वाले अड़ गए।
पंकज, फरीदा के पिता से मिले, जो रिटायर्ड पुलिस ऑफिसर थे। काफी मनाने के बाद पंकज से मिलकर उन्होंने कहा यदि आप दोनों को ऐसा लगता है कि आप एक-साथ खुश रहेंगे तो आगे बढ़ें और शादी करें। दोनों 1982 में वो दोनों एक दूजे के हो गए। कपल की दो बेटियां हैं नायाब और रेवा।
पंकज के करियर के शुरुआत की तो पंकज उधास के घर में शुरू से ही संगीत का माहौल था। उनके बड़े भाई मनहर उधास भी मशहूर पार्श्वगायक हैं। पंकज उधास के संगीत प्रेम का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि महज सात साल की उम्र में वह गाने लगे थे।
पंकज उधास ने अपना पहला गाना भारत-चीन युद्ध के दौरान गाया था जो 'ऐ मेरे वतन के लोगों' था। इस गाने के लिए उन्हें एक दर्शक ने प्राइज के तौर पर 51 रुपए का इनाम दिया था। इसके बाद उन्होंने गजल गायकी की दुनिया में कदम रखा। साल 1980 में अपना पहला एल्बम आहट नाम से निकाला। पहला एल्बम लॉन्च होते ही उन्हें बॉलीवुड से सिंगिंग के ऑफर मिलने लगे। उन्होंने 1981 में एल्बम तरन्नुम और 1982 में महफिल लॉन्च किया। उन्होंने लगभग 40 एल्बम बनाएं।