इस गैंग ने ली सिद्धू मूसेवाला की मूर्ति पर फायरिंग की जिम्मेदारी, मां बोलीं-'दुश्मन उसे मरने के बाद...
Thursday, Aug 07, 2025-11:36 AM (IST)

मुंबई: पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला आज हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उनके फैंस आज भी उनको याद करते हैं। इसी बीच हाल ही में एक और घटना हुई। दरअसल, हरियाणा के डबवाली के सावंतखेड़ा गांव में सिद्धू मूसेवाला की मूर्ति पर कुछ अज्ञात बदमाशों ने फायरिंग की। सिद्धू मूसेवाला की ये मूर्ति जननायक जनता पार्टी यानी JJP के प्रदेश अध्यक्ष दिग्विजय चौटाला ने पिछले साल ही स्थापित की थी।
इस घटना के बाद मूसेवाला की मां चरण कौर ने इसे बेटे की आत्मा पर हमला बताते हुए सोशल मीडिया पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि ये हमला, सिद्धू मूसेवाला की आत्मा पर हुआ है।बेटे के दुश्मन उसे मरने के बाद भी चैन से नहीं रहने दे रहे हैं।
चरण कौर ने इंस्टाग्राम पर पंजाबी में पोस्ट करते हुए लिखा-'हमारे बेटे की याद पर हमला, हमारी आत्मा पर एक ज़ख्म। कल मेरे बेटे की याद में गोलियां चलाई गईं। वह सिर्फ़ एक पत्थर की मूर्ति नहीं था, वह अपने प्रशंसकों द्वारा दी गई श्रद्धांजलि और लोगों के दिलों में उसके लिए प्यार का प्रतीक था।'
उन्होंने आगे लिखा-'मेरा बेटा जनता के हक़ की आवाज़ बना रहा, उसके परमपिता परमेश्वर के पास जाने के बाद भी उसे चुप कराने की कोशिशें हो रही हैं। यह हमला हमारी आत्मा पर ज़ख्म जैसा लगा, मेरे बेटे की जान के दुश्मन उसके जाने के बाद भी उसका पीछा नहीं छोड़ रहे, लेकिन उसकी बगावत ज़रूर की जा सकती है पर उसे मिटाया नहीं जा सकता, यह एक लहर है जो हमेशा चलती रहेगी। मैं सबको यही बताना चाहती हूँ कि एक दिन सबको अपने किए की सज़ा ज़रूर मिलेगी। हमारी खामोशी हमारी हार नहीं है।'
लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली जिम्मेदारी
मूर्ती पर गोली चलाने वाली घटना के बाद चौटाला को एक विदेशी मोबाइल नंबर से एक वीडियो भेजा गया जिसमें मूर्ति पर फायरिंग की क्लिप दिखाई गई थी। इस घटना की जिम्मेदारी भी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली है। वीडियो में ये चेतावनी दी गई कि मूसेवाला के बाद उनके समर्थक अगला निशाना होंगे।अगर किसी ने भी उसका साथ देने की कोशिश की तो उसका अंजाम भी ऐसा ही किया जाएगा।डबवाली पुलिस ने मामले में शिकायत दर्ज की है और जांच शुरू कर दी गई है।
बता दें सिद्धू मूसेवाला की हत्या 29 मई, 2022 को पंजाब के मनसा जिले के जवाहरके गांव में हुई थीय. अज्ञात हमलावरों ने उनकी कार पर ताबड़तोड़ कई गोलियां चलाईं थीं, जिससे उनकी मृत्यु हो गई थी. पुलिस के अनुसार, लॉरेंस बिश्नोई गिरोह ने इस हत्या की जिम्मेदारी ली हालांकि बिश्नोई ने इससे इंकार किया था।