20 लाख रुपये की मांग, साढ़े 7 लाख रुपये में हुई डील, कॉमेडियन सुनील पाल की 25 घंटे तक खतरे में रही जान
Tuesday, Dec 10, 2024-04:03 PM (IST)
बाॅलीवुड तड़का : मशहूर कॉमेडियन सुनील पाल के साथ किडनैपिंग की एक घटना सामने आई है, जहां उनसे 20 लाख की फिरौती मांगी गई थी। हालांकि, किसी तरह वह किडनैपर्स से साढ़े 7 लाख रुपये में डील करने में सफल रहे। किडनैपरों ने पैसे लेकर गहने खरीदे और फिर सुनील पाल को छोड़ दिया। इसके बाद, सुनील ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और मामले की जांच शुरू हो गई।
सुनील पाल ने बताया कि उन्हें एक कॉमेडी शो के बहाने उत्तर प्रदेश बुलाया गया था। 2 दिसंबर को, जब वे दिल्ली से मेरठ पहुंचे, तो 5 युवकों ने उनका स्वागत किया। यह युवकों की हरकतें संदिग्ध थीं, और उन्होंने सुनील को होटल में ठहराया। बाद में, इन युवकों ने उनसे 20 लाख रुपये की मांग की और जब सुनील ने मना किया, तो उन्हें जबरन दूसरी गाड़ी में शिफ्ट कर दिया और आंखों पर पट्टी बांध दी। किडनैपरों ने उन्हें धमकी दी कि अगर वह सहयोग नहीं करेंगे, तो उन्हें जहर का इंजेक्शन दिया जाएगा।
सुनील ने बताया कि वह 25 घंटे तक किडनैपरों की गिरफ्त में रहे, इस दौरान उनकी जान खतरे में थी। किसी तरह उन्होंने किडनैपरों से साढ़े 7 लाख रुपये में डील की और उनसे यह वादा लिया कि वह पैसे लौटाएंगे। किडनैपरों ने इन पैसों से गहने खरीदे और सुनील को 20,000 रुपये दिए, ताकि वह घर लौट सकें। सुनील को मेरठ साउथ स्टेशन पर छोड़ा गया, जहां से वह गाजियाबाद और फिर दिल्ली पहुंचे और 4 दिसंबर को मुंबई वापस लौटे।
#मेरठ के ज्वैलरी शोरूम में बैठे ये दो लोग प्रसिद्ध कॉमेडियन सुनील पाल के किडनैपर्स है. खरीदारी तक सुनील इसके पास बंधक थे
— Narendra Pratap (@hindipatrakar) December 9, 2024
सुनील के खाते से पैसा ट्रांसफर कराकर फिरौती की रकम से बदमाशों ने ज्वैलरी खरीदी
8 लाख की फिरौती वसूली
मुंबई पुलिस ने ज्वेलर्स के खाते फ्रीज करा दिए है pic.twitter.com/32rBL6ltFl
6 दिसंबर को सुनील ने सांताक्रूज थाने में किडनैपिंग का मामला दर्ज कराया। मामले की जांच मेरठ पुलिस कर रही है और पुलिस को दो ज्वेलर्स के CCTV फुटेज भी मिले हैं, जो किडनैपरों से जुड़े हुए हैं। मेरठ पुलिस ने आरोपियों की पहचान कर ली है और उनकी तलाश शुरू कर दी है। यह आरोपियों का लिंक बिजनौर से जुड़ा हुआ है। पुलिस ने मामले की जांच में मुंबई पुलिस से भी मदद ली है, ताकि केस का समाधान किया जा सके।