पुनर्जन्म लेंगी दिव्या भारती: एक्ट्रेस की कुंडली में था अल्पायु, चचेरी बहन बोलीं-''मां को पता था मरने वाली है बेटी''
Thursday, Sep 25, 2025-02:22 PM (IST)

मुंबई: बी-टाउन की दुनिया में कुछ ऐसे स्टार्स होते हैं जो कम समय में ही आसमान छू लेते हैं। हालांकि ऐसे स्टार्स की जिंदगी का सफर दर्दनाक तरीके से खत्म हो जाता है।ऐसी ही एक नाम है खूबसूरत और नटखट एक्ट्रेस दिव्या भारती का। दिव्या भारती की अपार प्रसिद्धि का कोई मुकाबला नहीं कर सका। तेलुगू हिट 'बोब्बिली राजा' और बाद में 'विश्वात्'मा (1992) से हिंदी सिनेमा में अपनी शुरुआत के साथ, दिव्या अपने समय की सबसे फेमस हीरोइनों में से एक बन गईं। दिव्या का निधन 1993 में महज 19 साल की उम्र में हो गया था।
आज तीन दशक बाद भी उनकी मौत एक अनसुलझा रहस्य बनी हुई। लोग हमेशा उनसे जुड़ी बातें करते रहते हैं।अब दिव्या भारती की दूसरी चचेरी बहन कायनात अरोड़ा ने दिव्या के निधन पर भावुक खुलासे किए। दिव्या की कजिन ने एक इंटरव्यू में कुछ ऐसे सनसनीखेज खुलासे किए हैं, जिन्होंने इस पूरे मामले को एक नया मोड़ दे दिया है। कजिन ने दावा किया है कि दिव्या की मां को उनकी अल्पायु के बारे में पहले से कुछ जानकारी थी, और उनकी कुंडली में भी छोटी उम्र लिखी हुई थी। आइए जानते हैं...
एक्ट्रेस की कुंडली में था अल्पायु!
कायनात अरोड़ा ने बताया, जब वह फिल्म इंडस्ट्री में किस्मत आजमाने मुंबई आई थ, उस दौरान दिव्या की मां से मुलाकात की थी। इस दौरान उनकी मां ने दिव्या से जुड़ी कई बातों के बारे में बताया था। उन्होंने कहा था-जब दिव्या महज 8 साल की थी, तब उन्होंने एक पंडित को कुंडली दिखाई थी जिसमें बताया गया था कि दिव्या की उम्र काफी कम होगी।'
पुनर्जन्म लेंगी दिव्या भारती
कायनात ने आगे कहा- 'जब वह 18 साल की हुईं तो कुछ खतरा था इसलिए, हमने पूजा करना शुरू कर दिया। लेकिन कुछ समय बाद, हमने बंद कर दिया। फिर, जाहिर है, वह फिल्म इंडस्ट्री में आ गईं। जब दिव्या का निधन हुआ तो उनकी मां ने मुझे बताया कि वह पुजारी फिर से मिला। उसने उनसे कहा- मेरी बेटी चली गई है, आपकी सभी भविष्यवाणियां सच हो गईं। अब मुझे क्या करना चाहिए? और उन्होंने कहा- वह वापस आएगी, वह पुनर्जन्म लेगी।'
दिव्या भारती को कायनात ने कहा महान
दिव्या को महान बताते हुए उन्होंने कहा- 'दिव्या भारती एक महान एक्ट्रेस थीं। मैं अब भी उनकी बहुत बड़ी फैन हूं। दिव्या जी से कोई तुलना नहीं है। श्री देवी जी महान थीं। दिव्या जी भी महान थीं... वह इतनी करिश्माई, इतनी सुंदर, इतनी असाधारण थीं। उनकी खूबसूरत, चमकती आंखें, उनकी सुंदरता, वह केवल और केवल दिव्या भारती थीं। और मुझे यकीन है कि वह हमारे दिलों में रहती हैं। शाहरुख खान केवल एक हैं। और केवल एक अमिताभ बच्चन हैं, एक दिलीप कुमार हैं। हम वास्तव में कभी किसी की किसी से तुलना नहीं कर सकते।'