रामलीला में मंदोदरी का किरदार निभाने के विवाद पर पूनम पांडे ने तोड़ी चुप्पी, लिया 9 दिनों तक ये संकल्प

Monday, Sep 22, 2025-06:24 PM (IST)

मुंबई. बॉलीवुड इंडस्ट्री की बोल्ड एक्ट्रेस पूनम पांडे को दिल्ली के लाल किला मैदान में होने वाली लव कुश रामलीला में मंदोदरी का किरदार निभाने के लिए चुना गया है, जिसका खूब विरोध हो रहा है। साधू-संतों का कहना है कि अश्लील महिला को यह किरदार निभाने नहीं देना चाहिए। मगर कमेटी विरोध को नजरअंदाज करते हुए अपने फैसले पर कायम है। इन सबके बीच अब हाल ही में पूनम पांडे ने एक वीडियो जारी कर अपने किरदार को लेकर खुशी जताई है और इसके लिए उन्होंने एक संकल्प भी लिया है।


पूनम पांडे ने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमें वह कह रही हैं- “दिल्ली के लाल किला में विश्व प्रसिद्ध लव-कुश रामलीला में मुझे मंदोदरी की भूमिका निभाने का अवसर मिला है। मैं इसके लिए बहुत उत्साहित और खुश हूं। मंदोदरी एक महत्वपूर्ण भूमिका है और वह रावण की पत्नी थीं। मैं इस खूबसूरत किरदार को निभाने के लिए उत्सुक हूं।”

इतना ही नहीं, आगे उन्होंने एक संकल्प लेते हुए कहा- “नवरात्रि है। मैंने तय किया है कि मैं नौ दिनों तक उपवास रखूंगी ताकि मेरा तन और मन अधिक शुद्ध रहे और मैं इस खूबसूरत किरदार को अच्छी तरह निभा सकूं। जय श्री राम।”

 

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

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संत दिवाकराचार्य जी महाराज ने किया था विरोध
संत दिवाकराचार्य जी महाराज ने पूनम पांडे का विरोध करते हुए कहा था- महारानी मंदोदरी रावण की पत्नी थी और उनके सती व्रत और पति व्रत में कभी कोई आंच नहीं आई। मैं उनका नाम भी नहीं लेना चाहता। ऐसे लोगों के द्वारा की गई रामलीला को देखना हिंदू समाज स्वीकार नहीं करेगा। ऐसे मंचो का हम सभी लोगों को विरोध चाहिए करना। यह कोई राम लीला नही षड्यंत्र है हिंदू धर्म और हमारी सनातन के खिलाफ। 

 

रामलीला कमेटी के अध्यक्ष ने दी सफाई

रविवार को रामलीला कमेटी के अध्यक्ष अर्जुन कुमार ने स्पष्ट किया था कि पूनम पांडे ही मंदोदरी का किरदार निभाएंगी। अर्जुन कुमार ने कहा था, “स्वाभाविक है कि सभी लोग एक जैसी सोच नहीं रख सकते। कुछ लोग पूनम पांडे के चयन का विरोध कर रहे हैं, जबकि कुछ समर्थन में हैं। हर किसी की अपनी सोच हो सकती है। हमारा मानना है कि भले ही किसी ने अतीत में बोल्ड दृश्य दिए हों, लेकिन जब वह प्रभु राम के इस मर्यादित मंच पर मंदोदरी जैसे पवित्र किरदार में आएंगी, जो रावण को अच्छाई का रास्ता दिखाने की कोशिश करती हैं, तो निश्चित रूप से इससे उनके मन और विचारों में सकारात्मक बदलाव आएगा। हमारा मानना है कि पूनम पांडे का यह किरदार उनके जीवन को धार्मिक और मर्यादित दिशा में ले जाएगा।”
 


Content Writer

suman prajapati

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