जुबिन गर्ग के फैंस के लिए सरकार का खास फैसला:बहाई नहीं बांटी जाएंगी अस्थियां...ऐसे ले सकेंगे सिंगर के अवशेष
Thursday, Sep 25, 2025-04:07 PM (IST)

मुंबई: अमस सिंगर जुबिन गर्ग अब बस यादों में रह गए हैं। 19 सितंबर को जब जुबिन गर्ग की मौत की खबर आई तो उनके फैंस के पैरों तले जमीन खिस गई। उनका अंतिम संस्कार मंगलवार को कमरकुची में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया था। इसके कई वीडियो सामने आए उसी में से एक था जिसमें उनकी चिता के पास एक फैन बैठा रहा। जुबिन गर्ग की मौत सिंगापुर में स्कूबा डाइविंग की वजह से हुई थी, जिसके बाद उनका पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव लाया गया, जहां एक बड़ी संख्या में जनसैलाब उमड़ पड़ा।जुबिन गर्ग के लिए लोगों में जो प्यार था उसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। असम सरकार ने फैंस की भावनाओं का सम्मान करते हुए बड़ा फैसला लिया और सिंगर की अस्थियों को उनके फैंस में बाटने के बारे में सोचा।
जी हां, असम सरकार ने कहा कि जुबिन गर्ग की अस्थियां ऑनलाइन आवेदन करने वाले संगठनों और व्यक्तियों को दी जाएगी। असम के शिक्षा मंत्री रनोज पेगु ने यह जानकारी दी। उन्होंने आगे यह भी बताया कि जिस जगह पर जुबिन गर्ग की चिता जलाई गई थी वहां एक स्मारक बनाया जाएगा।
सरकार शुरू करेगी ऑनलाइन पोर्टल
कमरकुची में पत्रकारों से बात करते हुए मंत्री पेगु ने बताया- "असम सरकार एक आसान ऑनलाइन पोर्टल शुरू करेगी। इस पोर्टल के जरिए संगठन और संस्थाएं अपने प्रिय कलाकार की अस्थियां लेने के लिए आवेदन कर सकेंगी। इस काम की देखरेख संस्कृति विभाग करेगा। पेगु ने आगे कहा- "पहले अस्थियां संगठनों को दी जाएंगी और अगर अस्थियां बचती हैं और व्यक्तिगत आवेदक भी होते हैं तो विभाग उन पर भी विचार करेगा।"
जोरहाट में होंगे तेरहवें दिन से जुड़े सारे अनुष्ठान
बता दें मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने पहले घोषणा की थी जुबिन की अस्थियों का एक हिस्सा जोरहाट भी ले जाया जाएगा। जुबिन ने अपने जीवन के शुरुआती साल जोरहाट में ही बिताए थे और वहां के लोग भी उनकी अंतिम यात्रा जोरहाट में ही करने की मांग कर रहे थे।ऐसे मंत्री ने अब बताया कि जुबिन की मौत के तेरहवें दिन से जुड़े सारे अनुष्ठान जोरहाट में किए जाएंगे और वहां भी एक स्मारक बनाया जाएगा जिसके लिए जगह का चुनाव जल्द ही होगा।
चिता वाली जगह पर बनेगा जुबिन का स्मारक
पेगु ने यह भी बताया कि कमरकुची स्थित स्मारक की जगह को सुरक्षित करने का काम मंगलवार रात से ही शुरू हो गया है। वहां चिता वाली जगह पर बैरिकेड लगाए गए हैं और जल्द ही एक पक्की चारदीवारी भी बनाई जाएगी। सुरक्षा के लिए वहां एक पुलिस शिविर भी स्थापित किया जाएगा ताकि लोग जुबिन को श्रद्धांजलि दे सकें।